मधुबाला : भारतीय सिनेमा जगत कि खूबसूरत और बेहतरीन अदाकारा प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि: * मधुबाला का जन्म 14 फरवरी, 1933 को दिल्ली में मुमताज जहां बेगम देहलवी के रूप में हुआ था। * उनके पिता, अताउल्लाह खान, एक पश्तून थे, और उनका परिवार आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा था। * बचपन में ही, मधुबाला का परिवार मुंबई चला गया, जहां उन्होंने फिल्मों में का…
Read moreसरदार अजीत सिंह: स्वतंत्रता संग्राम के महानायक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में कई ऐसे वीर योद्धा हुए हैं, जिन्होंने अपने साहस और त्याग से भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त किया। इन्हीं वीरों में से एक थे सरदार अजीत सिंह संधू , जो एक प्रखर राष्ट्रवादी, क्रांतिकारी और किसान हितैषी नेता थे। उनका जीवन संघर्ष, बलिदान और मातृभूमि के प्रति अ…
Read moreस्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती: एक राष्ट्रभक्त संन्यासी स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती (मुंशीराम विज) भारत के महान शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी एवं आर्य समाज के निष्ठावान संन्यासी थे। उनका जन्म 22 फरवरी 1856 को पंजाब के जालंधर जिले के तलवान गांव में हुआ था। वे स्वामी दयानन्द सरस्वती के विचारों से अत्यधिक प्रभावित थे और उन्होंने अपना जीवन वैदिक धर्म, शि…
Read moreकस्तूरबा गांधी: एक निस्वार्थ योद्धा कस्तूरबा गांधी, जिन्हें प्रेमपूर्वक 'बा' कहा जाता था, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की एक महत्वपूर्ण स्तंभ थीं। वे महात्मा गांधी की पत्नी होने के साथ-साथ उनके विचारों और आदर्शों की सहयात्री भी रहीं। उनका जीवन त्याग, समर्पण, और संघर्ष का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। प्रारंभिक जीवन कस्तूरबा गांधी का …
Read moreमौलाना अबुल कलाम आज़ाद: एक महान स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद् मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जन्म - 11 नवंबर 1888 मृत्यु - 22 फरवरी 1958 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण नेता, विद्वान, लेखक और पत्रकार थे। वे न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल रहे, बल्कि स्वतंत्रता के बाद भी भारत के पहले शिक्षा …
Read moreMadhav Sadashivrao Golwalkar (19 February 1906 – 5 June 1973) Madhav Sadashivrao Golwalkar popularly known as Guruji , was the second Sarsanghchalak (Chief) of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) , a Hindutva organization in India. He is regarded as one of the most influential leaders of the RSS and played a crucial role in expanding its re…
Read moreकित्तूर रानी चेनम्मा: भारत की वीरांगना कित्तूर रानी चेनम्मा (14 नवंबर 1778 - 21 फरवरी 1829) भारत की एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया था। वह कर्नाटक राज्य के वर्तमान बेलगावी जिले के एक छोटे से गाँव काकती में जन्मी थीं। उनकी वीरता और बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्ण अक्षर…
Read moreShanti Swarup Bhatnagar: A Pioneer of Scientific Research in India Early Life and Education Shanti Swarup Bhatnagar was born on 21 February 1894 in Bhera, Punjab Province, British India (now in Pakistan). His father, Parmeshwari Sahai Bhatnagar, passed away when he was just eight months old. Raised by his maternal grandfather, an engineer, …
Read moreसूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' का परिचय उपनाम: निराला मूल नाम: सूर्यकांत त्रिपाठी जन्म: 21 फ़रवरी 1896, मिदनापुर, पश्चिम बंगाल निधन: 15 अक्तूबर 1961, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' का जन्म 21 फ़रवरी 1896 को बंगाल की महिषादल रियासत (ज़िला मेदिनीपुर) में हुआ था। हालांकि, उनकी जन्मतिथि को लेकर विभिन्न मत है…
Read moreशरत चंद्र बोस: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा जन्म: 6 सितंबर 1889, कटक, ब्रिटिश भारत (अब ओडिशा, भारत) मृत्यु: 20 फरवरी 1950 (आयु 60), कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत शिक्षा: कलकत्ता विश्वविद्यालय, लिंकन इन व्यवसाय: बैरिस्टर, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी परिवार: पिता: जानकीनाथ बोस माता: प्रभावती देवी भाई: सुभाष चंद्र बोस (प्रसिद्…
Read moreतारापुर शहीद दिवस तारापुर शहीद दिवस प्रतिवर्ष 15 फरवरी को "तारापुर झंडा सत्याग्रह" के शहीदों की स्मृति में मनाया जाता है। 15 फरवरी 1932 को बिहार राज्य के मुंगेर जिले के तारापुर में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराने के प्रयास में 34 क्रांतिकारी शहीद हुए थे। यह घटना ब्रिटिश हुकूमत के दमन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष का एक महत्वपूर्ण अध्या…
Read moreIntroduction Chhatrapati Shivaji Maharaj (February 19, 1630- April 4, 1680) was one of the greatest warriors, skilled administrators, and the founder of the Maratha Empire in Indian history. He was not only renowned for his military prowess and strategic acumen but also for his compassion towards his subjects, secular mindset, and robust admini…
Read moreपंडित रामदहिन ओझा: स्वतंत्रता संग्राम के महान पत्रकार और शहीद (1901 – 18 फरवरी, 1931) पंडित रामदहिन ओझा भारत के प्रसिद्ध पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनकी शहादत असहयोग आंदोलन के दौरान किसी पत्रकार की पहली शहादत मानी जाती है। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन महानायकों में से थे जिन्होंने अपने प्रखर लेखन और जन जागरण से ब्रिटिश सत्ता की नीं…
Read moreचैतन्य महाप्रभु: 15वीं शताब्दी के वैदिक आध्यात्मिक नेता चैतन्य महाप्रभु (जन्म: 18 फरवरी 1486 - मृत्यु: 14 जून 1534) 15वीं शताब्दी के एक महान वैदिक आध्यात्मिक नेता थे, जिन्हें उनके अनुयायी भगवान कृष्ण का अवतार मानते हैं। उन्होंने गौड़ीय वैष्णववाद की स्थापना की, जो वैष्णव धर्म का एक महत्वपूर्ण संप्रदाय है, जो भगवान विष्णु की सर्वोच्च आत्मा के रूप…
Read moreरामकृष्ण परमहंस: भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक रामकृष्ण परमहंस भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक थे। उन्होंने सभी धर्मों की एकता पर बल दिया और यह सिद्ध किया कि ईश्वर तक पहुँचने के अनेक मार्ग हो सकते हैं, लेकिन लक्ष्य एक ही है। उनका जीवन और शिक्षाएँ मानवता, प्रेम, भक्ति, साधना, और सहिष्णुता की मिसाल हैं। वे मानते थे कि …
Read moreवासुदेव बलवंत फडके (4 नवम्बर 1845 – 17 फ़रवरी 1883) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के आदि क्रांतिकारी माने जाते हैं। उन्होंने अंग्रेजी शासन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का मार्ग अपनाया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी विचारधारा को जन्म दिया। उनका जीवन साहस, त्याग और मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम का प्रतीक है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: वासु…
Read moreशरतचंद्र चट्टोपाध्याय: जीवन और साहित्यिक योगदान शरतचंद्र चट्टोपाध्याय (1876-1938) भारतीय साहित्य के एक महान उपन्यासकार और कहानीकार थे, जिनकी रचनाएँ आज भी पाठकों के हृदय को छूती हैं। उनका जन्म 15 सितंबर 1876 को बंगाल के हुगली जिले के देवानंदपुर गाँव में हुआ था। उनके पिता मोतीलाल चट्टोपाध्याय भी एक लेखक थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण…
Read moreDadasaheb Phalke: The Father of Indian Cinema Dadasaheb Phalke, born as Dhundiraj Govind Phalke on April 30, 1870, is revered as the father of Indian cinema. His pioneering vision and unwavering dedication laid the foundation of the Indian film industry, earning him an eternal place in the history of Indian arts and culture. His extraordinary j…
Read moreMeghnad Saha: A Pioneer of Astrophysics and Visionary Thinker Meghnad Saha (6 October 1893 – 16 February 1956) was an eminent Indian astrophysicist who revolutionized the understanding of stellar spectra with his groundbreaking Saha ionization equation . His work enabled astronomers to accurately relate the spectral classes of stars to their te…
Read moreसुभद्रा कुमारी चौहान: जीवन और साहित्यिक योगदान परिचय सुभद्रा कुमारी चौहान (16 August 1904 - 15 February 1948) हिंदी साहित्य की प्रख्यात कवयित्री और लेखिका थीं, जिन्होंने अपनी सशक्त लेखनी के माध्यम से राष्ट्रीय चेतना और सामाजिक मुद्दों को उजागर किया। उनकी रचनाएँ सरल भाषा में गहरी भावनाओं को व्यक्त करती हैं, जो पाठकों के हृदय को छू लेती हैं।- जीवन…
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